जन्मः
सन् 1982 के पावन दिन, मऊनाथ भंजन,मऊ में ज्येष्ठ पुत्र के रूप में जन्मे राम सिंह राणा को मानवता के प्रति उदात्त भाव विरासत में मिला। उन्होंने छात्रसंघर्षों में भाग लेना और नेतृत्व करना अपने नेता मुलायम सिंह यादव जी,अखिलेश यादव जी से सीखा। इनके पिता अत्यंत सरल हृदय एवं कर्मठ अवकाश प्राप्त बैंक प्रबंधक एवं माता एक कुशल गृहणी हैं।
शैक्षिक योग्यताः
राम सिंह राणा ने गांव की प्राथमिक पाठशाला से पूर्व माध्यमिक शिक्षा उत्तम श्रेणी में उत्तीर्ण की। इसके पश्चात् हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की शिक्षा के लिए राजकीय इंटर कॉलेज गाजीपुर , उत्तर प्रदेश में प्रवेश लिया। जहाँ से उन्होंने हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की।
तत्पश्चात् राम सिंह राणा ने स्नातक,एम.ए.,एम.फिल,एमएसडब्ल्यू,पीएचडी की पढ़ाई लखनऊ विश्वविद्यालय से प्राप्त की।
राजनैतिक कैरियर:
१९९६-९७ में नेता जी के विचारों से प्रभावित हो के और उनकी नीतियों में अटूट विष्वास के कारन समाजवादी पार्टी ज्वाइन की . वही से इनके अंदर राजनीति की अलख जगी . छात्रों के लिए हमेशा संघर्ष के लिए तत्पर और यूवा के लिए कुछ कर गुजरने की चाहत इनको लखनऊ विश्वविद्यालय के बाकि छात्रनेताओं से अलग पहचान देने में कामयाब रहा. उन्होंने यूवाओ के आवाहन पे महामंत्री पद का चुनाव लड़ा और विजयी रहे ,
सामाजिक व राजनीतिक गतिविधियों में वे बाल्यकाल से ही सक्रिय रहे। क्षेत्र में घूम-घूमकर मरीजों को अस्पताल पहुँचाना, थाना-कचहरी में गरीबों को न्याय दिलाने के लिए प्रयास करना व सोशलिस्ट पार्टी के कार्यक्रमों में भाग लेना उनका प्रिय शगल था। वे नेताजी के चुनावों में पर्चें बाँटने से लेकर बूथ-समन्वयक तक की जिम्मेदारी उठाते रहे। मुलायम सिंह यादव जी,अखिलेश यादव जी,शिवपाल जी जैसे बड़े नेताओं के आगमन पर उनकी सभा करवाने की भी जिम्मेदारी भी राम सिंह राणा के ही कंधे पर होती थी।
माननीय नेता जी इनको समाजवादी पार्टी में कई महत्पूर्ण पद दिये जिसको उन्होंने निश्वार्थ भाव से अपने हर दायित्व क पूरा किया. नेता जी के आशीर्वाद से राणा जी को मंत्री पद भी मिला.
उनका पार्टी के लिए समपर्ण और कार्य शैली की विरोधी भी तारीफ करते है . माननीय अखिलेश जी और नेता जी के आशीर्वाद और संघटन में उनकी पकड़ उनको एक जमीनी नेता के रूप में स्थापित किया.
आज भी भी किसी वक्तिगत चाहत के बिना पार्टी और सघथन के लिए कार्य रत है